Shree ram mandir pran pratishtha ka nimantran Patra kesa hai : aapane dekha
श्री रामलाला जन्म भूमि अयोध्या में अप सभी का 22 जनवरी को श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा में अप सभी को आमंत्रण भेजा गया है राम मंदिर निमंत्रण पत्र भारतीय सांस्कृतिक एवं धार्मिक इतिहास में श्रीराम जन्मभूमि एक अत्यंत महत्वपूर्ण स्थल है जिसका सीधा सम्बंध हिन्दू धर्म से है। इस स्थल पर राम भगवान का जन्म हुआ था और उसी स्थान पर एक सुंदर मंदिर की स्थापना के लिए युगों से यात्रा की जा रही है। हम श्रीराम जन्मभूमि के विवरण और उसकी स्थापना के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे।
राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण पत्र कैस है ? अपने देखा
श्रीराम जन्मभूमि का इतिहास श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या, उत्तर प्रदेश में स्थित है और यह स्थान हिन्दू धर्म के एक प्रमुख तीर्थ स्थल के रूप में माना जाता है। भगवान राम का जन्म संप्रदायिक और सांस्कृतिक महत्वपूर्ण है और इस भूमि पर विभिन्न ऐतिहासिक घटनाएं जुड़ी हुई हैं।
राम मंदिर का निर्माण और निमंत्रण पत्र 12वीं सदी में मुस्लिम शासक बाबर ने अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर मस्जिद बनवाई थी, जिसे बाबरी मस्जिद कहा जाता है। इसके बाद, समय के साथ हिन्दू आस्था समुद्र में बहती रही, और यहां पर मंदिर का निर्माण करने के लिए लगातार प्रयास किए गए।
अयोध्या विवाद 1992 में, बाबरी मस्जिद के निर्माण के बाद हुए विवाद में, भूमि पर स्थित बाबरी मस्जिद को तोड़ दिया गया और इसे राम जन्मभूमि के स्थान पर भव्य राम मंदिर की स्थापना के लिए स्वतंत्रता के बाद से अब तक प्रयासरत रहा है।
राम मंदिर की स्थापना 2020 में, सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या के भूमि विवाद पर निर्णय किया और राम मंदिर के लिए भूमि का हक भारतीय राम जन्मभूमि तिर्थ क्षेत्र विशेष धाराओं के तहत केंद्र सरकार को सौंपा गया।
राम मंदिर की विशेषताएँ
- शिखर और शैली राम मंदिर का भव्य शिखर और स्थापत्य कला में अद्वितीयता के साथ निर्माण किया जा रहा है।
- रामलला मूर्ति मंदिर में रामलला की मूर्ति को सुविधाजनक स्थापित किया जाएगा, जो भगवान राम की अवतार है। भव्य समारोह आयोजित किया जाएगा जिसमे सभी को निमंत्रण पत्र भेज दिया गया है कि
- स्थान अयोध्या मंदिर का निर्माण विशेष रूप से राम भक्तों और धार्मिक प्रवृत्ति वाले लोगों के लिए एक धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में बनाया जा रहा है।
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